महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कार्यक्रम
महात्मा गाँधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी कार्यक्रम
योजना के दस्तावेज-
- आधार कार्ड
- राशन कार्ड
- एक फोटो
- बैंक डायरी आदि ।
अकुशल शारीरिक श्रम करने को तैयार, ग्रामीण क्षेत्र के ऐसे प्रत्येक परिवार के बालिग सदस्यों को एक वित्तीय वर्ष के दौरान 100 दिनों के रोजगार की गारण्टी।
ग्रामीण इलाकों में मांग आधारित आधारभूत सुविधाओं का सृजन कर, आजीविका में वृद्धि करना।
महिलाओं को आर्थिक स्वतंत्रता मिलेगी, कुल सृजित मानव दिवसों में से एक तिहाई रोजगार महिलाओं को उपलब्ध कराना आवश्यक है।
पुरूष एवं महिलाओं के लिए मजदूरी एक समान है।
काम न मिलने पर बेरोजगारी भत्ते का प्रावधान।
आवेदको को यथा संभव उनके गांव के 5 किमी दायरे में ही रोजगार देने का प्रावधान। इससे अधिक दूरी होने पर 10 प्रतिशत अतिरिक्त मजदूरी देने का प्रावधान।
पात्रता –
गामीण परिवारों के वयस्क सदस्य, ग्राम पंचायत के पास एक फोटो के साथ अपना नाम, उम्र और पता जमा कराते है जांच के बाद पंचायत घरों को पंजीकृत करता है और एक जॉब कार्ड प्रदान करता है।